वल्लुवर ने कहा है --सब से विनम्रता का व्यवहार करना चाहिए।वे ही धनी के धनी हो सकते है।
कुरल:एल्लोरुक्कुम नन्राम पनितल अवरुल्लम सेल्वर्क्के सेलवम तकैत्तु .
जो भी अच्छे विषय हो, गरीबी में बताने पर वह महत्व पूर्ण नहीं होगा।
.धन -सम्पन्न दिनों में निम्न विषय बोलने पर भी प्रशंसा होगी।
.गरीबी में अनादर ही होगा। इसलिए संपत्ति बढ़ने पर विनम्रता आवश्यक है।.
.दीनावास्था में गर्व से रहना चाहिए।.यही वल्लुवर की सीख है।.
कुरल:--नर पोरुल नन्गुनर्न्तु सोल्लिनुम नाल्कूर्न्तार सोर्पोरुल सोर्वु पडूम .
IN GREAT PROSPERITY HUMILITY IS BECOMING;DIGNITY,IN GREAT ADVERSITY.-G.U.POPE.
तिरुवल्लुवर के तिरुक्कुरल, तमिल वेद है।.उस में मनुष्य--कुल के जीवन सुचारू रूप से चलने का मार्ग -दर्शन मिलता है।.
उनके कुरलों में साहित्य--स्वाद भी मिलता है।.
पेड़ ने छिपाया है बडे हाथी को। हाथी ने छिपाया है पेड़.
वैसे ही हम वल्लुवर के उपदेश मात्र पढ़ते हैं।.उनके साहित्य स्वाद जानने-समझने कुरल को नहीं पढ़ते।.अतः उस तमिल वेद के रचयिता वल्लुवर का साहियिक व्यक्तित्व समझ नहीं पाते।.
कई कुरलों में शब्द--शक्ति का प्रयोग, साहित्यक ज्ञान,कई प्रकार के अलंकार आदि कौशलों में वल्लुवर सम वल्लुवर ही है।.यह पहाड़ पर जलाए दीप--समान दीखता है।.
उन्होंने "कुनरू "शब्द का बार--बार प्रयोग करके एक कुरल लिखा है।.
कुनरिन अनैयारुम कुनरुवर कुनरुव कुनरी यानैया सेयिन..(तमिल))
कुनरू के अर्थ है---पहाड़,,कम होना,,छोटा--सा काले और लाल रंग की बीज।.
इस कुरल का मतलब है---पहाड़--सी कीर्ति प्राप्त मनुष्य भी ,छोटा -सा निम्न कार्य करने पर ,अपने महत्वपूर्ण खानदानी यश से घटकर अपयश प्राप्त करेंगे।.अतः अति ध्यान से व्यवहार करना चाहिए।.
यह शब्दार्थ उभय--अलंकार है।.इस कुरल का अर्थ और अलंकार दोनों में गाम्भीर्य है।.
EVEN AN EMINENT PERSON WILL LOOK SMALL IF HE COMMITS ON UNDIGNIFIED ACT.
संत कबीर के समान वल्लुवर भी विद्वानों के प्रयोग के विपरीत "बाल" शब्द का प्रयोग करते हैं।. मयिर तमिल शब्द का अर्थ बाल है।.कविताओं में इसका प्रयोग किया नहीं करते।लेकिन वल्लुवर ने इसका
सुन्दर प्रयोग किया है।.इसमें शब्दार्थ -विशेषता है।.वल्लुवर ने मयिर (बाल))शब्द से शुरू करके एक कुरल लिखा है।.
बाल औरतों के लिए वर्णनीय सुन्दर रूप है।.औरतों के बाल झड जाने पर, अपमान ही होगा।असुन्दर होगा रूप।.
वैसे ही नीच कार्य करने से उच्च कुल्वाले भी अशोभनीय हो जायेंगे और अपमान का पात्र बनेंगे।.
कुरल: तलै यिनिलिंत मयिरनैयर मान्तर निलैयिनी लिन्तक कडै .
THEY WHO HAVE FALLEN FROM THEIR POSITION ONE LIKE HAIR WHICH HAS FAALLEN FROM THE HEAD.
No comments:
Post a Comment