भारतीय न्यायालय और क़ानून ,
अमीरों के अन्ययाय को
वकीलों द्वारा ,वायदे के द्वारा
बचाने के लिए.
अपराधी को जमाँनत के नाम से
स्वतंत्रता से चलने फिरने के लिए
गरीब का छोटा -सा अपराध बन जाएगा हिमालय बराबर.
बड़ों के मंत्रियों के ,नामी अभिनेत्रियों के हिमालय बराबर
देश द्रोही केसाथ मिलने पर भी तिल बराबर का
वायदे पर वायदा ,फाइलों का नदारद होना ,
दफ्तरों का जलना ,जलाना ,गवाहों की हत्या
सब पूछ -ताछ के नाम से वर्षों बीतते रहेंगे
न फैंसला सुनायेंगे. न मुकद्दमों का अंत होगा ;न अपराधी अमीर हैं तो दंड न भोगेगा.
आत्महत्या करनेवालों के प्रोत्साहित करने तीन लाख देंगे.
भय के नाम से या स्वार्थ के आधार पर
रहेगी जानता सब कुछ सहकर चुप ;चुप; चुप।
No comments:
Post a Comment