Tuesday, April 30, 2019

तमिल हिंदी मूल धातु ---वाक्य रचना --- तमिल हिंदी अडिप्पडै विनै --3

  मूल धातु ---

प्रार्थना कर ==पिरारत्तने  सेय

आ --वा

जा =गो

गा =पाडु
खा --साप्पिडु
ला =कोंडवा

ले =एडु

दे =कोडु

पी =कुडि

सो ---तूंगु

पा =पेरु

बैठ = उट्कार
उठ=  एलुंतिरु
देख =पार
लिख =एळुतु
बोल =पेसु
मदद  कर = उतवि  सेय
सहायता कर -उतवि  सेय
कोशिश  कर = मुयर्चि  सेय
प्रयत्न कर = मुयर्चि  सेय
 खरीद = वांगु
 सुन =केळ
खेल =  विलैयाडु
खोल =तिर tira
ठहर == तंगु
रह= वसि
बता,कह ==सोल

पूछ = केळ
माँग =केळ
सुन -केळ
दौड़ ,भाग ==ओडु
पैदल चल --नड न्तु   सेल
छिप ==मरै
रो =अ लु
हँस =सिरि
धोखा दे =एमाट्रू

धोखा  खा -एमारु
देर कर =तामति
जल्दी आ --सीक्किरम  वा
भोग --अनुभवी
पका = =रसोई बना =समै
भोजन कर -उणवु अरुंतु ,साप्पिडु
कसरत कर =देहाभ्यसम सेय ,उडरपयिरची  सेय
अनुग्रह कर ==अनगिरहं  सेय
कृपा कर =किरुपै  पुरी
बन =आकु
बना=सेय ,आक्कु
अभ्यास कर ==पयिरचि  सेय
प्रबंध कर ---तैयारी कर =व्यवस्था कर ==एर्पाडु सेय
तैयार रह --तयाराह इरु.











Monday, April 29, 2019

तमिल -हिंदी विभक्तियाँ

सर्वनाम ----प्रतिपपैयरचोल

विभक्तियाँ

परिवर्तन।

मैं --नान
मुझे ---एन्नै ,एनक्कू ---को =
ऐ। क्कु

हम +को ---हमें ,हमको ---एंगलै ,येंगलुक्कू

उत्तम पुरुष --तनमै
+++++++++++++++++++++++++

तुमको ,तुझे ==उन्नै ,उंगलुक्कु

आपको ---उंगलै ,  उंगलुक्कु
 मध्यम पुरुष --मुननिलै 
--------------------------

वह +को =उसको ==अवनै ,   अवनुक्कु ,

अतर्कु ==उसको    (जड़ ,निर्जीव ,पशु -पक्षी के लिए )

यह +को =इसको ,इवणुक्कु
इसको ---इतरकु =(जड़ ,निर्जीव ,पशु -पक्षी के लिए )

वे+को =उनको = अवरै ,अवरुक्कू ,(आदर केलिए बडोंको )

अवै लुक्कु ==उनको ((जड़ ,निर्जीव ,पशु -पक्षी के लिए ))

   अवरै ,अवरकलुक्कु ---बहुवचन --उन्हें 

ये+को -इनको ==इवरे , इवरकलुक्कु
इवैकलुक्कु ==इनको (जड़ ,निर्जीव ,पशु -पक्षी के लिए )

++++++++++++++++++++++++++++++++

से --इरुनतु ---
 राम से ----रामनिड म्मिरुंतु।

मुझसे -- एन्नीडमिरुरुन्तु

हमसे =एंगलिडमिरुन्तु

********************

तुमसे ---ु उन्निडम्इरुन्तु

आपसे ---उंगलिडंम्मिरुन्तु

*****************************
उससे =अवनिडम्मिरुन्तु , पुरुष ; अवलिडम्मिरुन्तु =स्त्री

उनसे--अन्य पुरुष -- अवरकलिडम्मिरुंतु

अवैकलि डम्मिरुंतु (जड़ ,निर्जीव के लिए )

अतनिडम्मिरुन्तु ==उससे (जानवर ,जड़ )

इससे =इ ससे =इवनिडम्मिरुन्तु , पुरुष ; इवलिडम्मिरुन्तु =स्त्री
इनसे -- इवरकलिडम्मिरुंतु।   ईवैकलिडम्मिरुंतु =(जड़ -निर्जीव ,वस्तु  के लिए )

************************************************

कौन +से ----किससे ,किनसे ----यारिडमिरुनतु ,ए वरिडमिरुंतु ,
एतनिडमिरुन्तु (पशु पक्षी जड़  के लिए )
*******************************************************

केलिए = ,आह ( ,ha )
  राम  के लिए --रामनुक्काह (ha )

मेरे लिए --एनक्काह

हमारेलिए ==नमक्काह ,एंगलुक्काह

तेरे लिए ,तुम्हारे लिए ---उनक्काह।

उसके लिए  =अवनुक्काह, (पुरुष ), अवलुक्काह (स्त्री)

उनकेलिए ==अवरुक्काह ,  आदर ,   अवरकलुक्काह ==(बहुवचन ) 

 अवैकलुक्काह (निर्जीव ,जड़ पशु पक्षी के लिए )

इनकेलिए ==इवरुक्काह ,  आदर ,   इवरकलुक्काह ==(बहुवचन ) 

 इवैकलुक्काह (निर्जीव ,जड़ पशु पक्षी के लिए )
+++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++
 कौन +के लिए ==किसकेलिए ,किन के लिए ==यारुक्काह ,एवैकलुककाह (जड )
++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++

किसमें ----एतिल ,यारिल , एतरकुल

किनमें =एतिल ,यारिल , एतरकुल
*******************************
मुझमें ---एनक्कुल

मुझपर --एन  मेल

तुममें --उनक्कुल ,

तुझपर तुमपर  --उनमेल 

उनमें --अवरिल आदर , अवरकलुक्कुल ,बहुवचन ;
अवैकलुककूल (जड़ )
उनपर --अवरमेल ,अवरकल मेल ,अवरकलिन  मेल ;


इनमें --इवरिल आदर , इवर कलुक्कुल ,बहुवचन ;
इवैकलुककूल (जड़ )
इनपर --इवरमेल ,इवरकल मेल ,इवरकलिन  मेल ;










संस्मरण (मु.गद्य )

 परिषद को प्रणाम ।
लेखकों को बधाइयाँ ।
  संस्मरण ।

शादी होकर तीन महीने हो गये।
पहली बार चेन्नै पत्नी के साथ।
बडा होटल जोरू के साथ।
पति की गम्भीरता ।
बडे पेपर रोस्ट मांगा।
पहली बार बडा दो सै देखकर 
बीबी चकित रह गई ।
उसमें भूना हूआ काक्रोच ।(तिलचिट्टा )
पत्नी ग्रामीण की बडी चीख ।
पड़ोस के ग्राहक डरकर उठे।

 क्या करें।

जोश प्यार प्रेम भरा स्पर्श

सूर्य के आगे बरफ की तरह नदारद।
प्रेम भरी आंखों मेँ आँसू ।

बस
1975 से आज तक 43 साल

होटल जाने की इच्छा

कभी नहीं उठी।
यह घटना 
होटल माने
लापरवाही की मुद्रा लगा चुकी।
स्वरचित स्वचिंतक यस ।अनंत कृष्णन।
7

बोलचाल तमिल -हिंदी

---    विधि 

तू ,तुम ,आप ---नी ,नीर ,नींगल 

तमिल --------बोलचाल अ        ----लिखित आ 

तू --मूल धातु -तुम -मूल धातु 
आप --  मूल धातु +इंगल 

१.नी  वा।  तू आ ,तुम आओ।  अ।  
आप---  नींगल    ---vaanga  वांग -(अ)      वारुंगल (आ).


   1 .नी  -उट्कार -तुम  बैठो।2 . नींग utkaarunga -उटकारूंग -
(अ ) नींगल  -----उटकारूंगल (आ )

३.1  तू बोल --नी पेसू।    2 . आप बोलिए --नींग  पेसुङ्ग (अ )    नींगल  पेसुंगल (आ )

४.तुम कहो --नी  सोल।     २. आप कहिये --नींग सोल्लुंग।(अ )   नींगल सोल्लुंगल (आ).

५.तुम  पूछो --नी  केल।*  आप पूछिए --नींग केलुंग।  (अ )   नींगल  केलुंगल।

तुम  सुनो ---नी  केल। *   आप सुनिए। =नींग kelunga .  नींगल  केलुंगल।

६।  तुम माँगो।   नी   केल।*   आप  माँगिये =नींग  kelunga . नींगल केलुंगल।

पूछ ,सुन ,माँग ---तीनों के लिए तमिल  में केल।

७. तुम  खरीदो -   नी  वांगु ;   आप खरीदिये --नींग vaangunga (.अ ) नींगल वांगुंगल। (आ )

८..तुम  दो --नी   कोडु।   आप दीजिये ;  neenga  kodunga ,  नींगल  कोडुंगल।

9 .  तुम   लाओ ---नई कोंडुवा ;  आप लाइए --नींग   कॉन्डुवांग। (अ )कोंडुवारुंगल (आ )

१०.तुम देखो।  नी  पार।   आप देखिये। -नींग पारूंग;    नींगल  पारुंगल। 

Thursday, April 11, 2019

रातें (மு )


शीर्षक :- रातें।

रातें  क़ाफिया
शीर्षक  दिया  है
 परिषद  ने।
क़ाफिया क्या?
जानने की जिज्ञासा ।
रातें  तेरी मेरी
सृष्टि  की बातों  की रातें ।
 शहद चाँद  की रातें
रातें  मुलाकात  की बातें ।
अमावास्या  की रातें,
रातें  बनाती जुगुनुको चाँद ।
 रातें  चोरों  को आनंद की।
डाकुओं  की रातें,
पुलिस  की घाते ।
नव दंपति को
रातें  आनंद  भरी।
 रातें  पुलिस  को सतर्क  भरी।
रातें  स्मग्लर्स की चालाकी।
सृष्टि कर्ता धर्ता  को आनंद ।
रातें  न होती  तो ब्रह्मा को काम नहीं
पुलिस  गुप्तचर  को काम नहीं ।
रातें  अच्छी  मीठी फिर भी खतरे से  खाली नहीं ।
स्वरचितस्वचिंतक यस ।अनंत कृष्णन।

Monday, April 8, 2019

शरणार्थी (मु)


शरणार्थी (मु)
नमस्ते! 
भगवान का भक्त मैं,
अगजग में 
उनकी लीला से
घृणा!
क्यों  उसने 
जिसकी लाठी उसकी भैंस  की नीति
जिसका राज,उसकी संपत्ति  अपनाई।
पर एक अटल कानून से ही
 मैं  अति संतोष।

धन ,पद,अधिकार बल आदि से
मानव रोक नहीं  सकता ,
अपनी जवानी ।
अपनी बुढापा ।
अपने-अपने उत्थान -पतन।
नाश,मृत्यु।
अत: मैं  सर्वेश्वर  का शरणार्थी ।
स्वचिंतक  यस।अनंत कृष्णन ।