Sunday, September 1, 2013

यह फैसला क्रूरता बढाने का फ़ैंसला है; 16-17 के बालक-बालिकाएं आगे अपराध के लिये हिचकिचाएंगे नहीं;सोलह साल की लड़की माँ बन सकती हैं;17 साल पिता बन सकते हैं ;पर दंड का भागी नहीं;अपराध पर ध्यान देना है ,उमर पर नहीं; 17 साल का लड़का बलात्कार करने काबिल है कि नहीन.काबिल है सो दंड मिलना ही चाहिये; कानून को बदलना चाहिये;


 कल्की अवतार,शिव अवतार ,कृष्णावतार,एक पुलिस अफसर भी कृष्णावतार;यहाँ एक साधु खुद अपने ऊपर दुग्धाभिषेक कर रहे हैं;हर गाँव में ईश्वर का अवतार हैं; लेकिन भ्रष्टाचारियों को दंड देना फिर सत्ताधारी बनाना सब हो रहा हैं; गोपिकाओं के साथ काशाय वेशधारी सब खेल सकते हैं,जब तक कोई शिकायत न हो; समझ में आ रहा है आप मज़ाक कर रहे हैं; लेकिन नौ असहमत हैं ,जल्द में में भी नौ में एक हूँ .भूल हो गयी; बढिया जोक.

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