Tuesday, August 11, 2015

जग में तेरी लीला है अद्भुत.

Read full blog मैं  हूँ  कौन ?मुफ्त की सेवा से पीड़ित माँ
मैं हूँ कौन ?
सोचा पता नहीं ;
कैसा होगा मेरा जीवन ?
हिन्दी विरोध के समय 
हिन्दी प्रचार में लगा तमिलनाडु में 
.तभी 18 साल में हिन्दी अध्यापक  की नियुक्ति ;
नौकरी मिली ;
सहपाठी सब बेकार ; 
चकित रह गये;
Image result for sri venkatachalapathy imagesघाट घाट का पानी पीकर आया हूँ
कहते थे ; सुना हैं ;
मैं हूँ पी.यु.सि. मदुरै विश्वविद्यालय में;
 बी.ए ; .दिल्ली विश्वविद्यालय में ;
एम.ये. वेंकटेश्वरा विश्वविद्यालय में ;
. तो बी.एड ; कामराज मदुरै विश्वविद्यालय में ;
एम.एड. हिमाचल प्रदेश में ;
 सब के सब हिंदी माध्यम; पत्राचार। 
हिन्दी माध्यम है  सब ; बी. एड ;तमिल माध्यम। 
 उत्तर भारत गया ही नहीं ;
हिन्दी ने मुझे स्नातकोत्तर हिन्दी अध्यापक बनाया;

जहाँ अंग्रेज़ी पारंगत चांदी चम्मच श्री श्रीनिवास शास्त्री
 प्रधानाध्यापक थे ,
वहाँ एक हिदी अध्यापक प्रधान अध्यापक बना
 तो
  ईश्वर तेरा मेरा सम्बंध सान्निध्य अधिक ;
मुझपर तेरी कृपा आत्मीय ;
तेरा मेरा सम्बंध आदर्श है ;
जग में तेरी लीला है अद्भुत.

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