Friday, June 29, 2018

ईश्वर का वरदान.

मानव सेवा करो. 
मानसिक शांति पाने. 
ईश्वर का अनुग्रह पाओ. 
ईश्वर सृष्टित मानव की सेवा करके. 
सत्य का पालन करो, 
सर्वेश्वर की कृपा कटाक्ष मिलें.
ईमानदारी से रहो,
ईश्वर से वरदान पाओ.
कर्तव्य निभाओ,
निष्काम सेवा का फल
ईश्वर का वरदान.

प्रेम और दुनिया

प्रेम कहाँ है? 
किससे कैसा मिलेगा? 
पता नहीं, 
जो देता रहता है, 
उसको प्रेम मिलता है क्या?
नहीं, कभी नहीं मिलता है.
देनेवाले से बढकर कोई देगा, तो
तजकर जाने लोग तैयार है.
जो लेकर ही देनेवाले को
खुशामद करके
जीता है, अंत तक वह मेहनत नहीं करता.
जो मेहनत करता है, वही देता है .
मेहनती जो देता है,
उसका मीन मेख देखने
नाते रिश्ते तैयार रहते हैं.
मेहनती भूखा प्यासा रहें,
पीडा सहता रहें, उसकी चिंता नहीं करता.
आज़ादी की लडाई में जो सच्चे अच्छे, नेक
त्यागी थे, आज़ादी के बाद
गरीबी के गड्ढे में पडे रहे.
स्वार्थी, भ्रष्टाचारी सांसद विधायक बन रहे हैं.
मंदिर भी ऱईश मंदिर का विशेष महत्व है.
यही मतलबी दुनिया है.

भारतीय सभ्यता और मजहब


विश्व में हिंदू
सभ्यता का विकास, 
हिंदी भाषा का विकास, 
भारतीय योग साधना, 
कृष्ण भक्ति, गीता का महत्व
अपने आप बढ रहा है.
भारतीय सभ्यता व संस्कृति
सारे जहाँ से अच्छा
हिंदोस्तान हमारा हमारा
सभी सभ्यता मिट गई,
हमारी सभ्यता का विकास हुआ.

अपने आप बढ रहा है.
भारतीय सभ्यता व संस्कृति
सारे जहाँ से अच्छा
हिंदोस्तान हमारा हमारा
सभी सभ्यता मिट गई,
हमारी सभ्यता का विकास हुआ.

Wednesday, June 27, 2018

भरोसा

भगवान के शरणार्थी  को कोई नहीं चिंता.
प्रार्थना  के बल से
कर्म फल की कठिन परीक्षा  में
साहस और सहने की शक्ति मिलेगी.
कष्ट के समय धीरज, शांति, प्रयत्न में सफलता की आकांक्षा,  वक्त आने पर भाग्योदय,
सफलता के शिखर पर पहुँच जाने का भरोसा,
अंत में सफलता.
पर एक बात पर सावधान..

सत्य, ईमानदारी, कर्तव्य पालन में तटस्थता,
सफलता के मूल है.
मानव जाति  के दुख के मूल में क्रोध, लोभ, काम, अहंकार है, सौ  प्रतिशत  भगवान पर भरोसा  रखना है.

Sunday, June 24, 2018

बाह्याडंबर

पराशर गुरुकुल में एक दिन.
 मैसूर से लगभग 15 कि. मा. की दूरी पर
बेलुकगोला में   नरसिंह स्वामी
के अनुग्रह  और उनके भक्त के
अथक परिश्रम  से गरीब ब्राह्मण
बच्चों को  आधुनिक पाठ्यक्रम और वेद मित्रों की शिक्षा  भी दी जाती है.
2003में स्थापित इस संस्था  में
अब लगभग 60 और कालेज में पढनेवाले छात्र भी हैं.
हर साल सकल लोगों की रक्षा  ,स्वास्थ्य, धन वृद्धि  के लिए
यज्ञ-होम-हवन आदि बडी श्रद्धा  से करते हैं.
ईश्वर के अनुग्रह  से 2018ई.
 मई 25 तारीख को एक दिन  वहाँ ठहरा. वह स्थान आनंदप्रद  रहा.
वहाँ के दृश्य






जपो जपो

प्रातःकालीन प्रणाम.
इनिय कालै  वणक्कम.
 हमारे मन में चाहिए  संयम.
इच्छा शक्ति चाहिए.
ईश्वर भक्ति चाहिए.
ज्ञान  शक्ति चाहिए
क्रिया शक्ति चाहिए.
तीनों  शक्तियाँ प्रदान करने
ईश्वरीय अनुग्रह चाहिए.
तब तो  हमें क्या करना चाहिए
ईश्वर  पर भरोसा चाहिए.
मंत्र तंत्र नहीं जानते,
ऐसा  सोच नहीं चाहिए.
 केवल सदाचार संयम  का बल,
ईश्वर के नाम जपना
मनोकामनाएँ पूरी होने का सरल मार्ग.
बोलो भजो जपो ध्यान में लगो.
 ऊँ गणेशाय नमः ऊँ कार्तिकेयाय नमः ऊँ नमः शिवाय ओम दुर्गायै नमः.
जपो जपो हमेशा,
मन लगाओ,काम में लगो
सत्य कर्तव्य पालन, सदाचार
नाम जपो
 पाओवाँछित फल.
तजो लौकिक इच्छाएँ.
अलौकिक  चाहें में  मन लगा.
सपरिवार  जिओ.
विषय वासना से दूर रहना.
जपो जपो जपो
,ऊँ गणेशाय नमः ऊँ कार्तिकेयाय नमः ऊँ नमः शिवाय ओम दुर्गायै नमः

शीर्षक --- भजन

 भजन :

  जीवन में  भला 
 चाहते हो ?
 तो करो भजन.
अल्ला पसंद  है तो
अल्ला का नाम जपो.
नाम जपने से नहीं ,
सुकर्म करने से ,
सच्चे आल्ला के भक्त अम्मीर सकुशल.
आतंकवादी हथियारे मुसलमान
मुखोटा पहन छिप छिप जीवन.
खत्ल  करो , अल्ला का रहम पाओ
कुरआन  ने न कहा.
इबादत करो ,
ईमान से रहो.
मुहब्बत करो ,
मारना -पीटना ,
खुद को ही जीना
ऐसा नहीं कहा कुरान .
ख़ुदा  के चाहक बनना है तो
खुद को सुधारों .
दूसरों के विनाश न अपना विकास
यह तो नहीं चैन का मार्ग.
चैन की जिन्दगी चाहते हो तो
अल्ला का नाम लो,
करो ,भलाई सब की.
आप भला तो जग भला.
मुग़ल बनो , आतंकवादी मुग़ल बनना
हमेशा केलिए खतरा और बेचैनी.