Saturday, August 31, 2013

बादशाह ने 13 साल की उमर में चढाई की;


You:  नाबालिगों को दंड न देने पर समाज में बालापराध बढेगा; ऐसे बालकों को प्रशिक्षण अपराध ,चोरी,डाका डालने के लिये समाज के अपराधी कर रहे हैं;महादेवी वर्मा की कहानी चीनीबाई में बालकों को चोरी का प्रशिक्षण दिया जाता हैं ;उनको रोने की कला सिखाई जाती हैं ;मैने सुना चन्द रुपयों का लालच दिखाकर नाबालिगों को खून करने का,चोरी करने का प्रोत्साहन देते हैं ;पुलिस  लाचार हो जाती है;अकबर बादशाह ने  13 साल की उमर में चढाई की; ऐसी हालत में नाबालिगों को ऐसी हल्की सज़ा बालापराधों को बढायेगा' पंद्रह साल -सोलह साल के लड़के में बच्चे पैदा करने की शक्ति है या नहीं,

 लेखक और कवि की वाणी कभी झूठ नहीं होती; पाण्डेय बेचन शर्मा 'उग्र" ने रुपये की आत्मकहानी में लिखी है,में रुपया हूम.सप्त स्वरों से में मधुर हूँ. गीता के पाठकों,मेरे शरण में आओ;डमरू,वीणा,मुरली जो ईश्वर के वाद्य हैं वह एक ओर,पास रुपये की आवाज़; किसकी चलेगी; सभी कुकर्म करो;लूटो;बलात्कार करो ;पहले रूये जोड़ लो; लक्ष्मी पति के शंख ध्वनी से मेरे शक्ति बढ़ी है;मामेकं शरणम व्रज़; यह सत्य निकला;

 न जाने भारत में अमीर अपराधियों की तबीयत बिगड़ जाती हैं और ए.सी. रूम में लेट जाते हैं; बचने और सुखी जीवन का आसान रास्ता; जय हो भारतीय कानून;गरीब अपराधी को कठोर दंड; करोड़पति को करुणा; जय हिन्द.

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