आज जुगलकिशोर गुप्ता जी की शायरी पढ़ी ,
माता ,पिता ,बेटा ,बेटी ,बहु ,सास के लक्षण लिखा हैं
जिससे पारिवारिक शान्ति भंग न हो.
यदि देश के प्रति भक्ति हो तो
आदर्श देश -भक्त हो तो
ऐसा काम करने मन में स्थान न दें
जिससे देश के नाम कलंकित हो.
संयमित नियंत्रित जीवन
बलात्कार को स्थान न दें ;
काले धन ,भ्रष्टाचार ,रिश्वत क्या है
इसका पता न हो.
भ्रष्टाचारी ,कालधनी ,रिश्वतखोरी को कठोरतम दंड मिले.
चुनाव में योग्य देश सेवको को ओट दें
पैसे लेकर ओट देना बंद हो.
मनुष्य -मनुष्य में प्रेम हो ,
मनुष्यता प्रधान हो।
देश भक्ति में त्याग और सेवा प्रधान हो.
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