हिंदी प्रेमियों को सादर प्रणाम.
देवनागरी द्वारा तमिल पाठ आज से दस-दस वाक्य लिखना चाहता हूँ.
आशा है एक भारतीय प्राचीनतम भाषा सीखने में और सिखाने में प्रोत्साहन मिलेगा.
अव्वैयार तमिल के प्रसिद्ध कवयित्री है.
वे विनायक भगवान और कार्तिक भगवान की भक्ता है.
वे गणेश से प्रार्थना करती हैं ---
हे! गज मुख! श्रेष्ठ मणि!
तुमको दूध,शुद्ध शहद, गुड पानी, दाल मिश्रित
प्रसाद चढाऊंगा.
मुझे तमिलभाषा त्रि तमिलका ज्ञान देना.
(त्रि तमिल--- सहजतमिल, संगीततमिल और नाटक तमिल)
मूल:--पालुम तेलितेनुम , पाकुम , परुप्पुम इवै नान्गुम
कलंतुनक्कू नान तरुवें कोलंचेय
तुन्गाक्करिमुकत्तु तू मानिये नी
एनाक्कू संघत तमिल मूंरुमता.
पालुम--दूध
तेलितें--शुद्ध शहद.
पाकुम---गुड पिघला पानी
परुप्पुम --दाल
इवै नान्गुम-- ये चार
कलंतु --मिश्रण करके
नान --मैं
दूँगा--तरुवेंन
तूमणिये --पवित्र मणि तू.
नी --तुम
एनक्कू--मुझे
संघत=संघ के
तमिल==तमिल
मूनरुम --तीनों
ता --दे.
पाठकों की सलाह, रूचि , चाह प्रकट करें.
चाहकों की संख्या, आलोचना की प्रतीक्षा में.
भारत सनकी--
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