काली माँ की जय !
खाली मन में ,
काली माँ ,
केवल ध्यान है तेरा!
मैं तो बन गया
तेरा शरणागत !
मानता हूँ ,
समझता हूँ ,
तू तो शरणागात्वत्सल.
आशा के बंधन में
आशाभरी आँखों में
देख रहा हूँ तेरी ओर!
मैं क्या मांगूँ ,
तुझसे ?
खाली मन में ,
काली माँ ,
केवल ध्यान है तेरा!
मैं तो बन गया
तेरा शरणागत !
मानता हूँ ,
समझता हूँ ,
तू तो शरणागात्वत्सल.
आशा के बंधन में
आशाभरी आँखों में
देख रहा हूँ तेरी ओर!
मैं क्या मांगूँ ,
तुझसे ?
तू जानते हो ,
मेरी माँग!
मैं तो तेरा सृजन .
जैसे नचाती हो ,
मैं तो तेरा सृजन .
जैसे नचाती हो ,
वैसे ही नचाओगी तू.
तेरी इच्छा के विरुद्ध ,
कुछ नहीं हिलता जग में.
जग-जगजननी तू .
जगत की माता ,
आ गया मै तेरे चरण में .
भव बाधा दूरी कर दो ,
भवानी माँ.
माया भरी लौकिक जीवन ,
माँ , तेरी कृपा से बच जाऊँ.
क्या मांगूँ मैं ?
तेरी इच्छा के विरुद्ध ,
कुछ नहीं हिलता जग में.
जग-जगजननी तू .
जगत की माता ,
आ गया मै तेरे चरण में .
भव बाधा दूरी कर दो ,
भवानी माँ.
माया भरी लौकिक जीवन ,
माँ , तेरी कृपा से बच जाऊँ.
क्या मांगूँ मैं ?
काली माँ तेरा जय हो !
काली माँ की जय हो !
खाली मन में काली माँ केवल
काली माँ की जय हो !
खाली मन में काली माँ केवल
तेरा ही ध्यान है मन में.
No comments:
Post a Comment