Saturday, February 11, 2017

काली माँ की जय !

काली  माँ  की  जय !

खाली मन में  ,
काली माँ ,
केवल ध्यान है  तेरा!
मैं तो बन गया
तेरा शरणागत !
मानता हूँ ,
समझता  हूँ ,
तू तो शरणागात्वत्सल.
आशा  के बंधन में
आशाभरी आँखों  में
देख रहा  हूँ  तेरी ओर!
मैं क्या मांगूँ ,
तुझसे ?
तू  जानते हो ,
 मेरी माँग!

मैं तो  तेरा सृजन .
जैसे नचाती हो ,
 वैसे ही नचाओगी तू.
तेरी इच्छा के विरुद्ध ,
कुछ  नहीं हिलता जग  में.
जग-जगजननी तू .
जगत  की माता ,
आ गया मै  तेरे चरण में .
भव  बाधा दूरी कर दो ,
भवानी  माँ.
माया भरी लौकिक जीवन ,
माँ , तेरी कृपा से बच जाऊँ.
क्या मांगूँ मैं ?
काली  माँ  तेरा  जय हो !
काली माँ  की जय हो !
खाली मन में काली माँ केवल 
तेरा ही ध्यान है  मन में.

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