आधुनिक काल में
आदर्श शिक्षक।
प्राचीन काल के आदर्श शिक्षक।
निजी स्कूलों के शिक्षक
सरकारी स्कूलों के शिक्षक।
कोचिंग सेंटर के शिक्षक।
मातृभाषा माध्यम शिक्षक।
अंग्रेज़ी माध्यम शिक्षक।
इनके वेतन,
आज़ादी
गुलामी
बेगारी
अभिभावकों का मनोभाव
सामाजिक मनोभाव
मनोवैज्ञानिक प्रभाव।
इन सब की तुलना में
आदर्श शिक्षक कैसे?
तन भरा, मन भरा, धन भरा
छात्रवर्ग,
भूखा प्यासा, मन दुखित ,गरीबी
छात्र वर्ग।
तुलना करके देखिए।
प्रतिभाशाली वर्ग ही ध्वनियों के
अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल के।
ट्यूशन जरुरी,
अभिभावक माता-पिता
स्नातक होना अनिवार्य।
अंग्रेज़ी में बोलना अनिवार्य।
अभिभावक समय पास करने अध्यापक।
प्रशिक्षित हो या अप्रशिक्षित पता नहीं।
अस्थाई नौकरी।
माता-पिता की देख देख में शिक्षा।
भूखा-प्यासा औसत से या उससे कम बुद्धि लब्धि के छात्र।
अध्यापक प्रशिक्षित,
स्थाई नौकरी।
प्रैवेट स्कूल
अध्यापक से
दुगुना- तिगुना वेतन।
अब बताइए आदर्श शिक्षक कौन?
प्रतिभाशाली छात्रों और अभिभावकों का अमीरी स्कूल।
औसत बुद्धि को ,भूखे प्यासे
गरीबों की सरकारी पाठशाला के अध्यापक ।
आदर्श अध्यापक कौन ?
एस.अनंतकृष्णन
तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।
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