Saturday, January 10, 2015

देश की तरक्की

हिन्दुओं की एकता केलिए ,

हिन्दुओं को करना है बहुत त्याग;

बिन -भेद भाव से सबको सिखाना होगा 

संस्कृत -वेद -मन्त्र ;

योग्यता के आधार पर पद ,

न हो जातीय आधार;

औसत बुद्धिवालों की तरक्की में 

उनको डाक्टर या  शिक्षक या नेता बनाना ,

भ्रष्टाचारों को ओट देना ;

रूपये   नोट को  देना प्रधान ;

जातीय प्रगति में भी योग्यता पर ,

प्रतिभाशाली पर ,उम्र पर देना प्रधान.

कहाँ तक  होगा सार्थक;

न बाधा हो चतुर  की प्रगति 

अर्थ के कारण ;

तभी होगा  देश में सर्वांगीण प्रगति.

No comments:

Post a Comment