Thursday, August 17, 2017

जिओ जीने दो.

मनुष्य पढता है ज्यादा,
सुनता है ज्यादा ,
सुनाता है ज्यादा ,
दया की बात,
परोपकार की बात ,
दान की बात .
इंसानियत की बात -पर
करता है सब विपरीत.
सीमा जैन सयुक्त राष्ट्र संघ में
बालिका की अभिव्यक्ति
हर कोई खामोश, किसी किसी की आँखों में आंसू,
क्या हमारे आगे की पीढियां तितलियाँ देखेंगी ,
गौरैया देखेंगी , भारत में झीलें देखेंगी .
मनुष्यता का छाप देखेंगी ,
भारतीय भाषाएँ जानेंगी ,या
प्राकृतिक , अपभ्रंस , मैथिलि ,संस्कृत सम शिलालेख देखेंगी .
बंगाल में स्वतंत्रता दिवस मनाने में रोक,
जम्मू कश्मीर में इकहत्तर साल आजादी के बाद भी
५०० में ही देश भक्ति,
क्या यह मोदीजी की गलती या पूर्व शासकों का द्रोह
अब युवकों को आ गया सोचकर कदम बढाने का वक्त.
जिओ और जीने दो.

No comments:

Post a Comment