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Friday, April 20, 2018

मानव

आधी रात.
 मनुष्य समाज सो रहा था.
मेरी नींद  खुल गई.
जीवन अत्यंत मुश्किल हो गया.
कहते  हैं मनु ष्य  जन्म दुर्लभ  है.
रामावतार  में राम को  सुख कहाँ?
महाभारत  में हर पात्र दुखी. कपट.
नेहरू  परिवार दुखी.
बुद्ध  दुखी.
गांधी दुखी.
 सत्य  हरिश्चंद्र दुखी.
रावण दुखी.
 दुख  ही दुख,
इनके बीच सुख खोज लेता है मानव.

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