Sunday, April 22, 2018

धर्म संकट

मनुष्य  मन सब  के मूल में हैं ,
विचार तरंगें  चंचल हैं ,
भगवान जिस की प्रार्थना करें ,
इसमें भी हमें दुविधा हैं.

देवी उपासक देवी को कहता तो
हनुमान उपासक हनुमान को
दादा एक मंदिर  है तो
नाना एक मंदिर
तुलसी राम तो सूर कृष्ण
ज्ञान मार्ग , प्रेम  मार्ग
अलावा  इनके ईसा मार्ग , अल्ला मार्ग
बुद्धा ,महावीर  जैन मार्ग , सिक्ख    मार्ग
इन भक्ति मार्ग के बीच
नास्तिक ,शैतान मार्ग
ज्ञानी मनुष्य भी है धर्म संकट में.

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