देश में न्याय -अन्याय दोनों में
न्याय कम और अन्याय अधिक।
बलात्कार -बालापराध अधिक।
अवैध सम्बन्ध और हत्या अधिक।
पुलिस नालायक /मंत्री भ्रष्टाचारी
सरकारी अधिकारी रिश्वतखोरी।
बदमाश आवारा बनता नायक
मारता है पुलिस को ,
अनपढ़ नायक के पीछे
नायिका पागल.
वही अमीर ,मनमाना करनेवाला हीरो
जो करता है स्मगलिंग। कालेधन /और कालाबाज़ारी /मालामाल.
यही है कहानी चित्र पट की।
सच है साहित्य समाज का है दर्पण।
न्याय कम और अन्याय अधिक।
बलात्कार -बालापराध अधिक।
अवैध सम्बन्ध और हत्या अधिक।
पुलिस नालायक /मंत्री भ्रष्टाचारी
सरकारी अधिकारी रिश्वतखोरी।
बदमाश आवारा बनता नायक
मारता है पुलिस को ,
अनपढ़ नायक के पीछे
नायिका पागल.
वही अमीर ,मनमाना करनेवाला हीरो
जो करता है स्मगलिंग। कालेधन /और कालाबाज़ारी /मालामाल.
यही है कहानी चित्र पट की।
सच है साहित्य समाज का है दर्पण।