Wednesday, March 27, 2019

बढती ही रहेगी (मु )

परिषद को नमस्कार ।
शीर्षक :- कम नहीं  होता ।


संचालक : कौशल वंदना ।
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बढती ही रहेगी (मु ) सब को सादर प्रणाम।
कौशल की वंदना कम नहीं  होता।
एकलव्य,कर्ण,सुभास चंद्र बोस
जैसे कौशल लोगों को
दबाना भी कम नहीं होता।
ईमानदारी  की तारीफ़ कम नहीं  होती।
बेईमानी  की चुनाव
 सफलता  भी कम नहीं  होती।
सत्य  का यशोगान  कम नहीं  होता।
असत्य लोगों के पिछलग्गु की
संख्या भी
कम नहीं  होती।
बलात्कारी  की सजा बढती नहीं,
बलात्कार  घटनाएँ  भी कम नहीं होती।
रिश्वत अपराधी  को पकड़ने के अधिकारी  अधिक,पर बगैर रिश्वत  के काम नहीं  कम होता।
महँगाई भत्ता  बढती कम नहीं होती ।
महँगाई  भी कम नहीं  होती।
शिक्षा  शुल्क, पुरोहित  शुल्क,
चिकित्सा  शुल्क,
चुनाव  खर्च
 कम नहीं होता ।
बढती उम्र  घटती नहीं ।
  यही कारण है कि
बढती  घटती जिंदगी  में,
शांति  की होती कमी,
अशांति  की कमी नहीं होगी ।
स्वरचित स्वचिंतक यस ।अनंत कृष्ण ।




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