सनातन धर्म विश्व का शाश्वत धर्म है। अगजग का आम धर्म है।
वसुधैव कुटुंबकम् का संदेश देनेवाला है।
हिंदू धर्म स्वार्थ से भरा व्यापार केन्द्र है। रामायण काल में नकली संन्यासी छद्मवेशधारी से लोग धोखा खाते हैं। सीता ने भी रावण के शिव भक्त संन्यासी के रूप से धोखा खाया है।।
सनातन धर्म यही सिखाता है कि
मानव को मनुष्यता निभानी है।
ईमानदारी, परोपकार, दान धर्म
निस्वार्थ जीवन , त्याग प्रेम, सहानुभूति, भलमानसाहस यही
सनातन धर्म है।
कुरान, बाइबिल जैसा सनातन धर्म एक ग्रंथ का नहीं, वेदों में, पौराणिक कथाओं में मानव जीवन के चरित्र गठन के शाश्वत सिद्धांत है, मानव मानव में एकता के संदेशों से भरा है।
आजकल मोदी मंदिर, खुशबू मंदिर, सोनिया मंदिर, एमजीआर मंदिर, रजनीकांत मंदिर आदि हिंदू धर्म के लिए अति कलंक है।
अतः मानव निर्मित मंदिर तटस्थ नहीं है।
हवा, नीर, अग्नि,आकाश, भूमि
आदि पंच तत्व सभी मानवों के लिए समान है। पंचतत्व का प्रदूषण मानव के लिए
विनाशकारी है।
सनातन धर्म अग जग का कल्याण चाहता है।
सर्वेजनाः सुखिनो भवन्तु।
ऐसा कहनेवाले सनातन धर्म
स्वार्थ हिंदू, मुस्लिम ईसाई जो मानव मानव में नफ़रत पैदा कर रहे हैं, एक दूसरे की हत्या करने तुले हैं, वे शैतान है।
एस. अनंत कृष्णन चेन्नई
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