Saturday, March 8, 2025

सृजनहार सृष्टि लीला

 नमस्ते वणक्कम्।

ईश्वरीय सृष्टि लीला अद्भुत।

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विश्व में   ईश्वर की सृष्टियाँ,

भेदों से भरी रचनाएँ

 सृजनहार की अद्भुत शक्ति।

 हर सृष्टि में गुण,

 गुणों के बीच एक अवगुण।

 विषैली वस्तुओं में भी

रोग चंगा करने के गुण।

 गहरे सागर में कितने 

अमूल्य बातें।

 शंखों में भेद।

 रंगों में भेद।

अंगों में भेद।

 खाने योग्य 

 खाने वर्जित।

  गाने योग्य,

 पढ़ने  योग्य।

 चलने योग्य 

 छलने योग्य।

 उच्चारण लघु

 उच्चारण कटु।

 प्रिय अप्रिय 

 दांपत्य जीवन।

  शांति अशांति वातावरण।

कंजूस लालची व्यक्ति।

 उदार  दानी व्यक्ति।

 लोकरक्षक शासक।

 लोक भक्षक शासक।

 अद्भुत अनंतेश्वर की सज़ा।

 अद्भुत अनंतेश्वर का पुरस्कार।

 सम्मानित अपमानित अधिकारी।

कर्म फल  जन्मफल

 पूर्व जन्म ज्ञान।

 प्रतिभाशाली मंद बुद्धि।

यही ईश्वरीय लीला अद्भुत।।

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