संचालक सदस्य संयोजक चाहक रसिक पाठक सबको तमिलनाडु का हिंदी प्रेमी प्रचारक यस अनंतकृष्णन का प्रणाम।
प्रदूषण केवल जल,हवा, पानी,
भूमिकी ही चर्चा यह तो सही।
पर समाज में संक्रामक रोग
असाध्य रोग उत्पन्न करनेवाले
एक अति भयंकर प्रदूषण है ,
विचारों का प्रदूषण।
युवकों में चित्रपट,दूरदर्शन आदि।
कथानक में जेल में रिश्वत।
पुलिस में रिश्वत।
न्यायालय में रिश्वत।
धनी है तो हत्याएँ।
मजदूरी हत्याएँ।
अस्पताल में आक्सीजन सिलिंडर काटना।
दवा बदलना।
जेल में अमीरों के गुलाम अधिकारी।
आर टी ओ अमीरों को जमानत।
अंतरजाल में अश्लीलता
अध्यापक की कामवासना।
न जाने बडा चढाकर प्रदूषण
विचारों का प्रदूषण अति भयंकर।
स्वरचित स्वचिंतक यस अनंतकृष्णन का प्रणाम।
प्रदूषण केवल जल,हवा, पानी,
भूमिकी ही चर्चा यह तो सही।
पर समाज में संक्रामक रोग
असाध्य रोग उत्पन्न करनेवाले
एक अति भयंकर प्रदूषण है ,
विचारों का प्रदूषण।
युवकों में चित्रपट,दूरदर्शन आदि।
कथानक में जेल में रिश्वत।
पुलिस में रिश्वत।
न्यायालय में रिश्वत।
धनी है तो हत्याएँ।
मजदूरी हत्याएँ।
अस्पताल में आक्सीजन सिलिंडर काटना।
दवा बदलना।
जेल में अमीरों के गुलाम अधिकारी।
आर टी ओ अमीरों को जमानत।
अंतरजाल में अश्लीलता
अध्यापक की कामवासना।
न जाने बडा चढाकर प्रदूषण
विचारों का प्रदूषण अति भयंकर।
स्वरचित स्वचिंतक यस अनंतकृष्णन का प्रणाम।