1900 ..118वर्ष की हिंदी दुल्हन अति सुंदरी, स्वयं वर में 100करोड भारतीय
अहिंदी प्रांत के लोग
अपने आप
अपने ढंग से
कन्या को सजाकर
अति आकर्षित बना रहे हैं,
प्रवासी भारतीय सम्मेलन
हिंदी दुल्हन महँगी,
अमीरी साधारण लोग दूर से
अपने पाकेट मणि खर्च करने वाले आगे.
बाकी प्रेमचंद. आश्रयदाता के बगैर
विकसित होना हिंदी की विशिष्टता
अहिंदी प्रांत के लोग
अपने आप
अपने ढंग से
कन्या को सजाकर
अति आकर्षित बना रहे हैं,
प्रवासी भारतीय सम्मेलन
हिंदी दुल्हन महँगी,
अमीरी साधारण लोग दूर से
अपने पाकेट मणि खर्च करने वाले आगे.
बाकी प्रेमचंद. आश्रयदाता के बगैर
विकसित होना हिंदी की विशिष्टता
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