संगम के मित्रों को 
प्रातः कालीन प्रणाम.
कलियुग की बातें निराली ,
आजादी प्राप्त युग ,
आ  साथी  कहें  तो
 कर्ण सा कृतज्ञता  होना है ,
पर 
दल बदल कर शासन करने तैयार .
बड़े भाई शासित दल में ,
छोटे भाई विपक्ष दल में  ,
बुआ ,मामा , चाचा , भतीजा  या 
कोई विश्वस्त साथी  बड़े ओहदे पर .
आजादी मिल गई तो भ्रष्टाचार  के  ढंग 
क़ानून से बचने  दिन ब दिन बढ़ रहे हैं. 
एक ही दूकान, विभिन्न रसीद बुक विभिन्न नामों में ,
सलाह देने तैयार क़ानून की आँखों में धुल झोंकने ,
वकील, आडिटर , अफसर , उनको चाहिए 
काले धन , साथी वकील न्यायाधीश ,
साथी मित्र  या नाता रिश्ता उच्च पद पर 
आजादी से बचने बेनामी के नाम पर 
बड़े -बड़े  होटल कारखाने  ,
गहराई से  सोचा तो राजतंत्र ही 
लोकतंत्र के  आवरण  में ,
मरने -मारने -मजदूरी सेना ,
आज कल तो एक ऐसी सेना 
आत्महत्या की सेना. 
लव जिहात की सेना 
प्यार के चंगुल में फंसाकर
सम्पत्ति हड़पना, धर्म -परिवर्तन , हत्यायें ,व्यभिचार .
सोचो , आजादी सब को मिल गई क्या ?
आजादी उनको मिल गयी ,
जो सरकारी बैंक से कर्जा लेकर 
न चुकाता हो ;
आजादी उन नेताओं को मिल गयी 
जो  फोन से बोलकर ही
 पैसे बैंक से मिलता हो ,
आजादी उनको मिलगई जो कालेधनी हो.
आजादी उनको मिलगई ,
जो आश्रम चलाकर 
करोड़ों की संपत्ति जोड़ता हो,
नए नए मंदिर काले धन छिपाने 
नए नए आश्रम काले धन बटोरने ,
आजादी तो मिल गयी 
धनियों को मनमाना करने. 
धन जोड़ो  बलात्कार करो ,
धन जोड़ो मन मनमाना कमाओ ,
धन जोड़ो , पद जोड़ो , 
मजदूरी आत्महत्या , धन लोलुप 
तुझको बचानी भीड़ ,
इकठ्ठा करके 
बचाने तैयार. 
वकील ,न्यायाधीश कानून के खोखले से 
बचाने मुकद्दमा को  १८ -बीस साल तक
 स्थगित रखने तैयार. 
हाँ  , आजादी उनको मिलगई , 
जो मन माना लूटता हो.
ईमानदारियों को बचने -बचाने तो कोई नहीं ,
भ्रष्टाचारियों को बचाने 
 राजनैतिक शासक, 
विपक्षी , प्रसिद्द चित्रपट अभिनेता  आदियों की
 बड़ी सेना तैयार .
मिलगई आजादी उनकी , 
जिनके पास
लाखों करोड़ों का काला धन हो ,
भ्रष्टाचारी में सर मौर हो.
यही नाटक देख रहे हैं  आसाराम , राम -रहीम .
 , 
राजीव के हत्यारे, दिनाकरण के आय कर खोज ,
और अन्य राजनैतिक भ्रष्टाचार जैसे कोयले , 
बोफर्स , २जी , ३जी में .
जय लोकतंत्र, जय ऐसे नेता , 
वोट देने तत्पर तैयार
वोट देने तत्पर तैयार
 भारतीय मतदाता. 
आदि काल में राक्षसों के शासन देव भी कैद .
कलियुग में भी  वैसा;
 पर कलियुग अच्छा,
 जरा डरते डरते चलते हैं.
