Tuesday, May 1, 2018

आज के भक्ति चिंतन.


  आज भगवान के सामने
चुप बैठने के विचार  में  बैठा.
 चंचल  मन  में कई प्रकार   के विचारों का ज्वार भाटा  ,

  रोकना कितना मुश्किल.
इतने में गोद संगणक  की   माया ,
मुझे  न छोडी.

  भक्ति आजकल  दिन ब दिन 

  बढ़ती जा रही  है.

मंदिरों की संख्या बढ़ रही  हैं.

हर  एक  मंदिर की मूर्तियाँ  कितना सुन्दर ,

ऐसा अलंकार , देखने  में ऐसा  लगती हैं

 सद्यः फल दे देंगी.

 मंदिर के देव -देवी दर्शन  से कितना  आत्म संतोष.

मंदिर  जाने  के पहले , दर्शन  के    बाद ,

मन में कितना  परिवर्तन.
हमारे  दुखों  को  भगवान   मान  लिया.
   आगे  हम निश्चिन्त जीवन में आगे   बढ़ेंगे.
एक प्रकार  का धैर्य ,साहस , पौरुष , दृढ़ता  ,
  हमारे पूर्वज  कितने भविष्य दर्शी   होते  हैं.
सुख ही सुख मिल  जाता  है.

Monday, April 30, 2018

का,के,की --மூன்றுமே உடைய என்றபொருளில் வரும் . ஆறாம் வேற்றுமை

का,के, की மூன்றுமே உடைய என்றபொருளில் வரும் .
ஆறாம் வேற்றுமை உருபு. சம்பந்தத்தை காட்டும் .



राम का भाई लक्ष्मण है.
राम के चार भाई हैं .

राम के पिता महाराजा है.

राम के छोटे भाई का नाम भरत है.

राम के भाई का नाम शत्रुघ्न है.

रामके भाइयों के नाम लक्ष्मण ,भरत और शत्रुघ्न हैं .

सीता की बहन सुशीला है .

सीता की बहन का नाम सुशीला है .

மேலேயுள்ள வாக்கியங்களைப் படித்து , அதன் கா,கே, கீ வேற்றுமைகளை உணர்ந்து
கீழுள்ள விளக்கத்தைப் படிக்கவும்.





பெயர்ச்சொல்லுக்கு அடுத்துவரும் பெயர்ச்சொல் ஒருமை.பன்மை ,பெண்பால் ஆகியவற்றுக்கு ஏற்றவாறு மாறும். மரியாதை,பன்மை ஆண்பாலுக்கு கே .
ஆண்பால் ஒருமைக்கு கா ,

பெண்பால் ஒருமை ,பன்மை இரண்டுக்கும் கீ.

பெயர்ச்சொல்லுக்கு அடுத்து வேற்றுமை உருபு வந்தால் அதற்கு முன்னால் உள்ள கா ஒருமையாய் யிருந்தாலும் பன்மையாய் இருந்தாலும் கே என மாறும்.

Sunday, April 29, 2018

विश्वास रखना

प्रातःकालीन प्रणाम.
विश्वेश्वर पर  विश्वास  रखो.
विषयवासना  को दूर रखो.
हमारा अपना भाग्य है.
ब्रह्मा ने सिरोरेखा लिखा है.
बदलना, बदलाना, बदलाना
सब असंभव ही असंभव है.
सोचो ,हम कुछ बनकर
तैयार नहीं हुए.
पर कुछ बने है,
जितना प्रयत्न किया,
पता नहीं  हमें.
जितना चाहा उतना मिल गया.
और अधिक चाहना लालच है,
जितना मिला, उससे अधिक
अपने प्रयत्न से नहीं मिलेगा.
मिलेगा तो ईश्वर का अनुग्रह  है,
इस पर दृढ विश्वास  रखो.
 चाहे वह शिव हो या अल्ला हो या ईसा
सब प्रेम, दान, परोपकार,
मनुष्यता  का ही संदेश देते हैं.
कोई मजहब नहीं कहता,
लूटो, मारो, अपने लिए  जिओ.
ये सिखाने वाला मजहबी नहीं,
 मजहबी अगुआ है तो
मन में घुसा है शैतान और शैतानियत.

 माया से बचने ईश्वरीय कृपा चाहिए.

Sunday, April 22, 2018

धर्म संकट

मनुष्य  मन सब  के मूल में हैं ,
विचार तरंगें  चंचल हैं ,
भगवान जिस की प्रार्थना करें ,
इसमें भी हमें दुविधा हैं.

देवी उपासक देवी को कहता तो
हनुमान उपासक हनुमान को
दादा एक मंदिर  है तो
नाना एक मंदिर
तुलसी राम तो सूर कृष्ण
ज्ञान मार्ग , प्रेम  मार्ग
अलावा  इनके ईसा मार्ग , अल्ला मार्ग
बुद्धा ,महावीर  जैन मार्ग , सिक्ख    मार्ग
इन भक्ति मार्ग के बीच
नास्तिक ,शैतान मार्ग
ज्ञानी मनुष्य भी है धर्म संकट में.

Friday, April 20, 2018

मानव

आधी रात.
 मनुष्य समाज सो रहा था.
मेरी नींद  खुल गई.
जीवन अत्यंत मुश्किल हो गया.
कहते  हैं मनु ष्य  जन्म दुर्लभ  है.
रामावतार  में राम को  सुख कहाँ?
महाभारत  में हर पात्र दुखी. कपट.
नेहरू  परिवार दुखी.
बुद्ध  दुखी.
गांधी दुखी.
 सत्य  हरिश्चंद्र दुखी.
रावण दुखी.
 दुख  ही दुख,
इनके बीच सुख खोज लेता है मानव.

Thursday, April 19, 2018

सत्य

हर हर महादेव  ॐ ; ॐ ;

हे  भगवान !   देखी , तेरी  लीलाएं!
मैं  सब  से  ताल-मेल बिठाना चाहता हूँ ,पर
न  जाने ताल अपस्वर हो  जाता है,
ऐसा  ही महसूस  हो  रहा  है ,
मैं हूँ  नालायक जीने  में ,
तेरी लीलाओं में सच्चे अच्छे भोगते
सदा   दुःख  ही दुख ;
उनको  समाज करते नफरत ,
वे  जीते  हैं गरीब  ही गरीब.
न तो  वे आगे बढ़ते ,
न सम्मान पाते,पर
प्रशंसा  का पात्र बनते ,
पर उनका अनुकरण  थोड़े  ही करते.
ऐसा  ही चलता  है समाज .देश , जग .

मोहिनी अवतार

 मोहिनी   अवतार चाहिए.
  आज कल तमिलनाडु की राजनीति
  देख  मेरे मन में ख्याल आया,
भ्रष्टाचारियों को    फंसाने  चाहिए
विष्णु  का मोहिनी अवतार .
प्रहलाद वनमाली कवि ने
परशुराम अवतार की माँग की  है ,

मेरी प्रार्थना है मोहिनी अवतार .
युगानुकूल  वही खुद भ्रष्टाचारियों को
खुद  खुशी   से सर पर हाथ  धरकर
खुदकुशी से सर फोड़ देंगे .

 परशुराम तो वीर ही सही, 
परशुराम अवतार विष्णु ही सही, 
अाजकल मोहिनी अवतार की 

जरूरत है
वनमालीजी. 
परशुराम से भयभीत लोग नहीं, 
मोहिनी अवतार में फँसकर 
भयभीत लोग है ज्यादा यही. 
नाच गान के अभिनय जाल 
भस्मासुर सा सिर फटने 
फटाने तैयार, 
मासूम बच्ची से बलात्कार 
ऐसों का वध करने मोहिनी अवतार 
शिव भी मोहित अय्यप्पन का जन्म. 
ठीक है न, युगानुकूल 
मोहिनी अवतार चाहिए.
मुकद्दमा लेने न देना, 
खुद सर पर हाथ रख फट ने देना.