Thursday, June 7, 2018

लिखना ताज़ा कैसे?

 भारत प्रेमियों और हिंदी प्रेमियों को आज 8/5/18 के दिन सप्रेम नमस्कार.

रोज़  कुछ न कुछ  लिखने के संकल्प  में  नये विचार  आना ही चाहिए.
यों  सोचना सही है क्या?
मानव प्रेम, ईश्वर प्रेम, देश प्रेम,
आस्तिकवाद ,नास्तिक वाद,
देश द्रोह, भ्रष्टाचार, रिश्वत,
विवाह प्रेम  ,व्यवस्थित, जबर्दस्ती,
लाचारी,  गरीबी,  बेमेल,
चोर-डाकू,  दया निर्दय मानव,
अत्याचार, हत्याएँ
प्रेम के हार में,
अवैध संबंध  में,
धनी पति की, धनी पत्नी की,
क्रोधावेश में,  बातों बातों में
प्यार के इनकार  में,
आत्म हत्याएँ,
नेता के लिए,
प्रेम की नाकामयाबी  में,
माता पिता गुरु के ढाँटने से,
परीक्षा  में पास पर अंक कम,
परीक्षा  में असफल
नीट परीक्षा में फेल,
नेता या नेत्री पर मुकद्दमा जीतने,
न जाने आत्महत्या या हत्या के कारण
जाति धर्म संप्रदाय  के कारण संग्राम हत्या,
रोग के कारण  करुण हत्या,
कितनी बातें, कितने विचार  कितने सोच
सब के सब लिखते हैं
वर्तमान छोड अतीत की बातें
भविष्य  की कल्पना,
अनुशासन, चरित्र गठन
हर विष हर बात
नयी सी लगती, पर हर विषय पर कलम के सिपाहियों की कमी नहीं,
कहने को नये ढंग, शब्द शक्ति लेखक को शिखर पर पहुँचाया.

 देखिए गोपुर हर गोपुर की ऊँचाई  में अंतर
सर्वत्र  विद्यमान सर्वेश्वर  के आकर्षक मंदिर.

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