प्रणाम।
किसान
लालबहादुर शास्त्री का नारा
देश की सुरक्षा और
प्राण शक्ति प्रदान
"जय जवान जय किसान:।
सैनिक न तो चैन नहीं।
पेट खाली है तो बैचैनी ।
कृषि प्रधान भारत।
विश्व भर में समृद्ध भूमि।
विश्व का खाद्यान्न खजाना।
आजकल औद्योगीकरण के जाल में फँसकर फँसकर
शहरीकरण के नाम से
मेरे बचपन की हरी भरी भूमि
रेत हीन नदियाँ भविष्य पीढी के
अकाल आतंक की सूचना।
गाँवों में जवान कम।
बूढे ज्यादा।
ग्रामराज्य का सपना
सपना ही रह जाएँ तो
किसानों की आत्महत्याएँ
ऋण भार से बढती जाएँ तो
भविष्य की पीढी को
दाने दाने के लिए
तपना ही पढेगा।
जय जवान!जय किसान!
स्वरचित स्वचिंतक ।
यस।अनंतकृष्णन।
किसान
लालबहादुर शास्त्री का नारा
देश की सुरक्षा और
प्राण शक्ति प्रदान
"जय जवान जय किसान:।
सैनिक न तो चैन नहीं।
पेट खाली है तो बैचैनी ।
कृषि प्रधान भारत।
विश्व भर में समृद्ध भूमि।
विश्व का खाद्यान्न खजाना।
आजकल औद्योगीकरण के जाल में फँसकर फँसकर
शहरीकरण के नाम से
मेरे बचपन की हरी भरी भूमि
रेत हीन नदियाँ भविष्य पीढी के
अकाल आतंक की सूचना।
गाँवों में जवान कम।
बूढे ज्यादा।
ग्रामराज्य का सपना
सपना ही रह जाएँ तो
किसानों की आत्महत्याएँ
ऋण भार से बढती जाएँ तो
भविष्य की पीढी को
दाने दाने के लिए
तपना ही पढेगा।
जय जवान!जय किसान!
स्वरचित स्वचिंतक ।
यस।अनंतकृष्णन।
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