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Saturday, August 24, 2019

गुरु भक्ति

मुख्य संचालक, चित्रांकन, आयोजन संचालक  आदि सबको नमस्कार।
 गुरु  की आशीषें,
गुरु  के ठुकराने पर भी
गुरु  ध्यान  -भक्ति-अनंत अपार असीम आकाश ज्ञान देगा।
भले ही अंगूठा  दक्षिण में दे दे।
गुरु  के शाप कर्ण को  मिले पर
गुरु   शाप से बढकर नाम देगा ही।
गुरु  ब्रह्मा गुरू विष्णु
गुरु देवो माहेश्वरः।
साधु संत  की आशीषों  से
जन्मा संत कबीर।
 अकुशल जीने सदानंद परमानंद ब्रह्मानंद महसूस करने
गुरुवंदना का अपना
 विशिष्ट स्थान जान।
स्वरचित स्वचिंतक
यस।अनंतकृष्णन

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