Sunday, November 29, 2020

युवा शक्ति

 नमस्ते। वणक्कम।

दिनांक --२९-११-२०२०.
विधा __अपनी शैली/अपनी भाषा/स्वतंत्र।
विषय -- युवा शक्ति जागो।
आज कल माया मोह अधिक।
युवा शक्ति जागो, संयम सीखो।
नश्वर जगत में प्यार ही प्यार,
वह तो सही नहीं, पाश्चात्य सभ्यता
भारत को बिगाड़ने की दुष्ट शक्ति।
अंग्रेजी पाठ में नहीं नैतिक बातें।।
न ऋष्यश्रृंग की कथा,
ब्रह्मचर्य की महत्ता।।
युवकों ! आजकल तलाक अवैध संबंध की
ख़बरें ज्यादा,कारण नर की दुर्बलता।।
शुक्ल पतन कारण चित्र पट की अश्लीलता।
यूट्यूब की काम लीला,
नाना प्रकार से बिगाडने के चित्र।
परिणाम नियंत्रण न कर शुक्ल पतन।
मैं बहत्तर साल का बूढ़ा,
युवकों में मेरी जवानी दोस्त जैसे
उछल-कूद उत्साह, प्रोत्साहन नहीं।
नव दंपती कुछ खोते से दीख पड़ते।
जागो! युवकों!संयम सीखो।
अंग्रेज़ों के देश सर्दी प्रदेश।
भारत जैसा रूई आग जल्दी न पकड़ती।
काफी चाय पीने के जैसे सौभोग नहीं।।
पौरुष बढ़ाने जितेंद्र बनो।।
भीष्म बनो। वीर पुरुष बनो।।
प्रेम प्रेमिका वर्णन साहित्य नहीं।
काम क्रोध मद लोभ मन में हो तो
पंडित मूर्खौ एक समान मान ।

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