कलियुग की बातें खुलती हैं,
कारण है अभिव्यक्ति का अधिकार।
मूल अधिकार संविधान की देन।।
कैमरा,मोबइल वीडियो,
भंडा फोड देते हैं!
क्या प्रयोजन?
त्रेतायुग में सीता भूमि में से मिली।
रावण का सीता हरण।
दिव्य पुत्री, भूदेवी।
द्वापर युग में भीष्म का बलात्कार
तीन राजकुमारियों को बलात्कार लाना।
कुंती का कर्ण बहाना।
ये बलात्कार , ये अपहरण।
युग युग की बातें, कलियुग कहना
कहाँ तक सार्थक ।
कलियुग सोचो , जनता है स्वार्थी।
पूर्व युगों में शासकस्वार्थी।
काम बनने स्वार्थी जनता,
रिश्वत लेने देने तैयार।।
पैसे लेकर वोट देने तैयार ।।
राज भक्ति के अंधे लोग।।
आज पैसे अंक प्रमाण पत्र का आधार।।
सद्यफल के लिए करते हैं भ्रष्टाचार ।।
पर भगवान का दंड मृत्यु, बचना मुश्किल ।।
एस. अनंतकृष्णन, स्वचिंतक,
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