Friday, March 17, 2023

मैं मन की बात लिखता हूँ ,

 मैं मन की बात लिखता हूँ ,

कोई पढ़ें या न पढ़ें ,
अपने विचार प्रकट कर
आत्म संतोष पाता हूँ।
सोचा छंद बद्ध नियम ,
अक्षर मात्राएँ ,चरण ,नियम
आजाद भारत में हूँ ,
अवकाश प्राप्त कर
धन कमाना नहीं चाहता ,
तीन वक्त का भोजन ,
कपडा,धाम ,स्वस्थ जीवन
ईश्वर से प्रार्थना ,बस
सर्वे जना सुखिनो भवन्तु बस
बारह साल बीत गए ,
जीना चाहते हैं ,
सुनामी ,कोराना ,दुर्घटनाएँ ,
उनको ली जाती हैं ,
मैं सब का( न कोराना ) सामना करके
ज़िंदा हूँ ,कुछ जो मन मानता
टंकण कर एक दो की चाहें ,
एक दो की रायें पढ़कर
समय काट देता हूँ. ,
भगवान आयु बढ़ाते हैं तो
कुछ न कुछ करना ही पड़ता है ,
तमिल के संघ काल की कविताएँ ,
हिंदी के कबीर ,तुलसी ,रहीम ,बिहारी
क्रमशः हिंदी तमिल में
अनुवाद कर ब्लॉग में प्रकशित करता हूँ,
कम से कम एक लाख तक के दलों में
नक़ल पेस्ट आसान ,जीवन
न नशा ,न चित्रपट एक साल बारह से पंद्रह हज़ार
अंतर्जाल खर्च समय तो काट जाता है ,
घरवाली तो इनको क्या पागलपन सूझा हैं ,
किसी का ध्यान नहीं ,किसी का सुनते नहीं ,
टंकण करते रहते हैं ,
तभी अरस्तु की बात याद आती ,
पर मेरी बीबी गरजती बरसती नहीं
समय पर खाना ,समय पर काफी ,जूस
अपना कर्तव्य पथ सही तरह निभाती है ,
ईश्वर से निवेदन इतना स्वस्थ रखे ,किसी के सहारा न रहें ,
सोते सोते प्राण पखेरू उड़ जाए।
स्वरचित स्वचिंतक अनंतकृष्णन सेतुरमन।
भगवान को धन्यवाद ,मेरे जीवन में मददगारों की कमी नहीं ,
सब के प्रति मैं आभारी हूँ.

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