Friday, June 6, 2025

विचार रोपण

 


नमस्ते,

वणक्कम्।


 युवकों के मन में 

विचार रोपण करना है।

केवल हिंदी क्षेत्र के

 मुनाफाखोर ही नहीं 

अन्य क्षेत्रों के हिंदी के प्रति

नफ़रत खोरों में भी।

विचार प्रदूषण मिटाना होगा।

सुविचार रोपण करना होगा।




जिनको हिंदी से जिंदगी मिली है,

जो हिंदी द्वारा जी रहे हैं,

 हिंदी के गुण गान से  कुछ नाम, दाम मिल रहे हैं है

 वे ही हिंदी दिवस,

 हिंदी के विकास में 

 कुछ कर्तव्य और नाम के वास्ते कुछ कर रहे हैं,

 बाकी लोग अंग्रेज़ी सीखकर मज़े में रहते हैं 

न उनमें हिंदी के प्रति या अपनी मातृभाषा के प्रति 

 लगाव नहीं हैं।

 उनमें हिंदी या भारतीय भाषाओं के प्रति ,

प्रेम और श्रद्धा के विचारोपन करना है।

 उसके लिए चाहिए 

जीविकोपार्जन का स्रोत।।

वह दिन ब दिन सूखता जा रहा है।

  आम जनता में 

 अंग्रेज़ी माध्यम का मोह बढ़ रहा है।

सरकार शिक्षा के खर्च कम करने अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल की अनुमति देती जा रही है।

मातृ भाषा माध्यम पढ़ना 

 अपमान की चरम सीमा 

 अधोगति की ओर ले जाना है।

 हिंदी और भारतीय भाषाओं के प्रति श्रद्धा, प्रेम, लगाव के बीजोरोपन बोना है,

जीविकोपार्जन का जल सींचना हैं।

 जीविकोपार्जन की नदियाँ सूखती जा रही हैं।

 स्रोत की संभावना  कम दीख रही है।

 हिंदी गौरव समारोह 

 स्वतःपूंजी अपनी प्रशंसा 

में करने दान देने वालों के लिए।

 पैसा दो सम्मान पाओ

 यह हिंदी सामान व्यवसाय भी बढ़ रहा है।

 विचार रोपण  प्रेम का करना है, विचार प्रदूषण करना है।

 एस.अनंतकृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।

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