ramkri
Tuesday, March 13, 2018
साथी तैयार खड़ा है
सब दोस्तों को प्रणाम.
साथ देने कोई नहीं ,
सोचना सही नहीं.
साथ देने तैयार ,
सर्वेश्वर ,
जिसने हमें की है सृष्टि .
शरागति की ही देरी,
शरागात्वत्सल सन्नद्ध है
इत्र -तत्र-सर्वत्र.
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