रास्ता तो
किस्मत का खेल।
तकदीर अच्छा हो तो
तदबीर होगा अनुकूल।
सीता की हालत देखी।
द्रौपदी का चीर हरण।
जयद्रथ का अकाल मृत्यु ।
कर्मफल सिरोरेखा में।
मुमताज की सुंदरता
शेरखान की मौत।।
अपना अपना भाग्य।
अंगूठी खो जाना ,
शकुंतला की विधि की विडंबना।
ऋषि का शाप कैसे?
सोचो समझो, विधि की विडंबना
टलना टालना खुदा की मेहरबानी!
स्वरचनाकार स्व चिंतन
अनंतकृष्णन चेन्नई तमिलनाडु.
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