Wednesday, May 31, 2023

कामनाएँ

 कामनाएँ मानव को अधिक।

करोड़पति भले ही हो,

वांछित फल मिलेगा क्या?

अंगरक्षक ही जान का 

खतरा है तो प्रधानमंत्री  कि

पद भी नहीं सुरक्षा।

जिह्वा तो बावरी,

शब्द निकलना भी

 ईश्वरीय वरदान जान।

भूलोक में ईश्वरावतार में भी

 छल  कपट।

अश्वत्थामा ऊँची आवाज।

कुंजर: धीमी।।

सोचो विचारों,

वेदों के ज्ञाता,

रावण जिसने अंतड़ियाँ 

 खींचकर तपस्या की,

उसकी बुद्धि भी भ्रष्ट हो जाती।।

सबहिं नचावत राम गोसाईं।

 एस.अनंतकृष्णन ,चेन्नै ।

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