जय मां गौरी।
जय जय गौरी सर्व
जगतमाता
केदारीरी पर्वत में
तेरी तपस्या की महिमा।
अर्द्ध नारीश्वर बन गये शिव।
अपने तपोबल से
शिव को बनाया।
केदारी गौरीव्रत
दीर्घ सुमंगली रहने
करती है स्त्रियां।
शिव शक्ति स्वरूपा
गौरीश्वरी!तेरे पादारविंद में
सविनय वंदना।।
पापमय नश्वर जगत में
भक्तों को सुख प्रदायिनी।
प्रार्थना है
किरीट विषाणु से
हमें बचाना।
धन पद प्रधान जग में
भक्ति ही जग संकट मोचन।
तेरा भक्त अनंतकृष्णन चेन्नै
थना
।
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