नमस्ते। वणक्कम।।
शीर्षक : कलम कागज।
दिनांक --३-१२-२०२०-३.
विचार अभिव्यक्ति बोली,
बोली से चित्रलेखन।।
चित्र लेखन से ताड़ के पत्ते।
ताड़ के पत्ते से शिलालेख।।
ताम्रपत्र लेख।। फिर कपड़ों पर।
कागज के आविष्कार,
कलम का आविष्कार दोनों
लिखित साहित्य की अति प्रगति।।
भूले बिसरे लापता साहित्यों की खोज।
प्रकाशन कलम कागज
छापाखाने का आविष्कार।
ज्ञान के विकास के क्षेत्र में बड़ी क्रांति।।
भलाई में बुराई भी साथ साथ।।
कोरा कागज का है मन मेरा।
लिख लिया नाम तेरा,तेरा।
प्रेम पत्र ,बेनाम पत्र प्रेम की कविताएं।
अश्लीलता, चित्र, यूवकों को बिगाड़ने वाले।।
कलम द्वारा लिखित विषय शाश्र्वत कैसे?
पत्थर पर के लेख भी घिस जाते हैैं।
कागज पर लिखने कलम ।।
आज तो संगणक और
कागज का महत्त्व।
कलम केवल हस्ताक्षर करने।।
A4Sheetaaका महत्त्व अधिक।।
स्वरचित स्वचिंतक अनंतकृष्णन चेन्नै
No comments:
Post a Comment