Friday, September 13, 2024

समानता तटस्थता

 भारत एक आध्यात्मिक ज्ञान भूमि है।

इस सनातन धर्म को समूल नष्ट करके

 पत्नी का मजहब ईसाई के समर्थन में 

 तमिलनाडु मुख्यमंत्री श्री स्टालिनजी का बेटा,

 उनके समर्थन में पिता।

 ईश्वर की सूक्ष्म लीला देखिए,

 श्री स्टालिन की पत्नी सनातन हिन्दू धर्म 

की पक्की अनुयायी सभी प्रसिद्ध हिंदू मंदिर जाती हैं।

 प्रार्थना करती है, प्रायश्चित करती है।

 भेंट चढ़ाती है, मंत्रोच्चारण करती है।

 पर द्रमुक दल के सिद्धांत के अनुसार 

 दीपावली, तमिल नया वर्ष, और हिंदू पर्वों को बधाइयाँ शुभकामनाएँ नहीं देते। पर पऴनी मंदिर की आमदनी एक महीने मेंसौ करोड़ रुपये से ज़्यादा।

 हिंदू मंदिर ओर भूमि वक्फ़ बोर्ड की संपत्ति हैं।

 यूं ट्यूब के अनुसार अनेक हिंदू मंदिर पल्लावरम् के पास के पहाड़ पर की जैन गुफाएं दर्गाह बन गया है।

ईसाई पाठशालाओं में ईसाई ही प्रधान अध्यापक बन सकता है। हिंदू  स्कूलों में ईसाई  वरिष्ठता के आधार पर मुगल /ईसाई भी प्रधान  अध्यापक बन सकता है।

  हिंदू धर्म का प्रचार कानून विरुद्ध है, पर मुगल या ईसाई स्कूल में मजहब का प्रचार कर सकते हैं।

 यही द्राविड़ माडल समत्व नियती है।

  बहुसंख्यक हिन्दू  भगवान पर विश्वास करके 

  अपने अपने काम में लगे रहते हैं।

 हिंदुओं के लिए हिंदू धर्म एक पेशा है।

 आमदनी न हो तो मंदिर उजड़ जाते हैं।

 तमिलनाडु में    ब्राह्मण बस्ती खाली है।

 नित्यानंद का कहना है कि  विदेशी पढ़ें लिखे विद्वान पैसे देकर हिंदू धर्म में शामिल हो रहे हैं।

 ईसाई अपने श्वेत बदन और अश्लील व्यवहार से औसत बुद्धि वालों को ईसाई बना रहे हैं।

   द्रमुक माडल शासन मे समानता नहीं, तटस्थता नहीं।

 वे मंदिर के आय को मनमाना लूट रहे हैं।

 हम तो भक्ति काल के कवि लेखक जैसे   

 भगवान को आश्रय दाता बनकर शरणार्थी बन रहे हैं।

 आशा है राम मंदिर जैसा एक दिन बहुसंख्यक हिन्दू धर्म के प्रचार पाठशाला में होगा।

 सनातन धर्म है, न मजहब।

 ॐ ॐ हरी ॐ हरी ॐ हरी ॐ ॐ हरी ॐ।

 महाविष्णु को महाविष्णु ही बचा सकते हैं।

 पाप मत करो कहना दंडनीय है।  पाप और पुण्य कर्म के अनुसार  सुख दुख मिलेगा कहना में मज़हबी प्रचार पाठशाला में । तमिलनाडु में दंडनीय।

 तमाशा देखिए ईसाई स्कूल सरकारी मान्यता प्राप्त स्कूल अल्पसंख्यक अधिकार लेकर रोज़ बाबिल पढ़ सकते हैं।

 उन स्कूलों में पढ़नेवाले हिंदू मुगल छात्र और छात्राएंं

 सहनशीलता से सुन सकते हैं।

 यही संविधान के अनुसार धर्म निरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य है।

 बहुसंख्यकों से अल्पसंख्यक अधिकार।

 द्राविड़ माडल समानता।


 एस. अनंत कृष्णन चेन्नई तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।

 

 



  




 






No comments:

Post a Comment