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Friday, September 26, 2025

विश्व पर्यटन दिवस

 विश्व पर्यटन दिवस 

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 एस. अनंतकृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक 

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27-9-25

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चरैवेति चरैवेति 

 घुमक्कड़ जिज्ञासा।

 आदि शंकराचार्य 

 भारत भर पैदल चले

 चार मठों की स्थापना की।

सनातन धर्म का अस्तित्व आज भी है।

 भगवान बुद्ध के बौद्ध धर्म 

 आज भी शाश्वत है,

 उनके शिष्य जापान, चीन और श्रीलंका  ताल्यलेंड बर्मा में 

 बौद्ध धर्म को स्थिर खड़ा कर दिया।

 आचार्य विनोबा भावे 

 भारत पर पैदल यात्रा करके भूदान यज्ञ का प्रचार हिंदी में किया।

 आ सेतु हिमाचल हिंदी गूँज उठी।

 वास्कोडा  गामा, कोलंबस ने  नये मार्ग,

 नये देश का पता लगाया।

  यात्रा धर्म व्यापार के लिए।

 यात्रा धर्म विभिन्न जलवायु का अनुभव करने के लिए,

 यात्रा धर्म विभिन्न भाषाओं के ज्ञान का,

 संस्कृति का, आचार विचार का, अभिवादन प्रणालियों का ज्ञान प्राप्त करने,

 भाषा विज्ञान की खोज के लिए,

 तुलनात्मक अध्ययन के लिए।

 विश्व की वास्तुकला जानने केलिए।

 वसुधैव कुटुंबकम् ,

 सत्य , अहिंसा, शांति,भ्रातृभाव , सहनशीलता के लिए।

 संसार के अद्भुत इमारतें देखने के लिए,

 विश्व के विचित्र जीव जंतु औ' वनस्पतियों को देखने के लिए।

 सर्वे जना सुखिनो भवन्तु 

 की भावना और विश्वशांति के लिए।

 विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है।

 जय जगत! जय यात्रा धर्म! जय जय जय 

विश्व एकता।

 अंतरराष्ट्रीय विवाह,

 अंतर्जातीय मिलन।

  एकता बढ़ाने के लिए।

 इटारसी सोनिया भारत के सांसद।

 भारत प्रवासी अमेरिका ,, इंग्लैंड ,बर्मा के प्रशासन में।

 विश्वयात्रा दिवस 

 अत्यंत महत्वपूर्ण है।


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