इंसान कुछ पहचान।
एस. अनंत कृष्णन, चेन्नई तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक
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इंसान इंसान हैं इंसानियत के कारण।
मनुष्य की तुलना जानवरों से
जानवरों की तुलना मनुष्य जैसे नहीं।
सिंह जैसी गंभीरता
सियार जैसी चालाकी
मीनलोचनी,
क्योंकि मनुष्य में सब गुण है।
वह शाकाहारी हैं
वह माँसाहारी है।
आदमखोर है।
वह गिरगिट है।
वह नेता बदलनेवाला है।
वह साधु-संत है।
वह नकली साधु हैं।
मधुर भाषी पर ठगी विधायक।
बाहर एक अंदर एक बोलनेवाला है।
वह दानवीर है।
वह लोभी है।
वह अहंकारी हैं
वह स्वार्थी हैं।
वह निस्वार्थी है।
वह त्यागी है,
वह भोगी है।
चुनाव में विधायक चुनने में इंसान की पहचान मुश्किल है।
चुनाव के महीने में
उनकी विनयशीलता
उसकी असलियत पहचानने में असमर्थ हैं मतदाता।
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