Friday, May 20, 2016

पहचान

पहचान   देश की स्वतंत्रता   के शहीदों को।
  
आजादी  के लिए     प्राण त्यागे थे,
व्यक्तिगत  सुख ,परिवार त्यागा ।
बुद्धि बल  से   सुप्त लोगों को जगाया था।
  उन स्वतंत्र सेनानी तो पहचानना है
अंदमान जेल में कठोर यात्नाएँ   झेली थीं।
देश को ही प्रधान माना था।
लाठियों का मार सहा।
कोल्हू घुमाया।
अनशन रहा।
अग्ञात वास किया
झालियाँ वाले बाग  में 
गोलियों ते शिकार बने।
अपने देश के ही लोग   पुलिस
पैसे के लिए अंग्रेजों की पुलिस बनकर
आजादी सेनानियों तो मारा था।
सर,रावबहादुर उपाधी लेकर विदेशी
शासकों के सामने
दुम हिला रहै थे।
अपनी मातृभाषा  को तज
अंग्रेजी बोलने को सम्मान माना था।
उन दीवानों को राजाओं को  पहचान लो।
देश को अपने धर्म के लिए टुकडा करने के बाद भी
यही् रहकर पंद्रह  मिनट में दिनों में  सरवनाश की बात वाले ओवरसी को पहचान।
पहचान भ्रष्टाचारियों को,
काले धनियों को ।
चुनाव में पहचान तेरा कर्तव्य 
अच्छी चालचलनों के वोट देना ।
प्रशासन के आदर्श जिलादेशों को पहचानो।
शील और अश्लील को पहचान।
आध्यात्मिक  अंधविश्वासों को लो पहचान।
आश्रमों की धूर्तता पहचान।
पहचान जननी जन्म भमिश्च स्वर्ग तभी गरियसी।
सद-बद गुणों के भेद पहचान।

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