नमस्कार.
नाना विचार मन में.
नाना प्रकार की इच्छाएँ.
नाना प्रकार के
मत-संप्रदाय
नाना प्रकार के देव -देवियाँ,
निर्गुण सगुण भक्ति मार्ग
इबादत-प्रार्थनाएँ, स्तुतियाँ,
कितनी परेशानियाँ
कितने सुख दुख
कितने जीव ,कितने कीटाणु,
कितनी अमीरी कितने रईश
अमीर-रईश भी दुखी,
गरीब भिक्षुक में चैन की नींद.
दोनों की ही मृत्यु
ईश्वर लीला अद्भुत.
नाना विचार मन में.
नाना प्रकार की इच्छाएँ.
नाना प्रकार के
मत-संप्रदाय
नाना प्रकार के देव -देवियाँ,
निर्गुण सगुण भक्ति मार्ग
इबादत-प्रार्थनाएँ, स्तुतियाँ,
कितनी परेशानियाँ
कितने सुख दुख
कितने जीव ,कितने कीटाणु,
कितनी अमीरी कितने रईश
अमीर-रईश भी दुखी,
गरीब भिक्षुक में चैन की नींद.
दोनों की ही मृत्यु
ईश्वर लीला अद्भुत.
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