Sunday, July 1, 2018

ईश्वर लीला अद्भुत

नमस्कार. 
नाना विचार मन में. 
नाना प्रकार की इच्छाएँ. 
नाना प्रकार के
मत-संप्रदाय
नाना प्रकार के देव -देवियाँ, 
निर्गुण सगुण भक्ति मार्ग
इबादत-प्रार्थनाएँ, स्तुतियाँ, 
कितनी परेशानियाँ
कितने सुख दुख
कितने जीव ,कितने कीटाणु, 
कितनी अमीरी कितने रईश 
अमीर-रईश भी दुखी, 
गरीब भिक्षुक में चैन की नींद. 
दोनों की ही मृत्यु
ईश्वर लीला अद्भुत.

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