विचार तो नाना , सोचो ..
मनुष्य मन तो चंचल ,
कल्पना के घोड़े दौड़ते
मनमाना विचार उठते .
मन को काबू में रखना
मन चंचलता स्थिर रखना
ईश्वरीय निमंत्रण का भी स्थगित .|
ऐसे ही चलता है जीवन संग्राम .
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मनुष्य मन तो चंचल ,
कल्पना के घोड़े दौड़ते
मनमाना विचार उठते .
मन को काबू में रखना
मन चंचलता स्थिर रखना
ईश्वरीय निमंत्रण का भी स्थगित .|
ऐसे ही चलता है जीवन संग्राम .
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