Saturday, August 25, 2018

नयी कल्पना -नया कथानक


स्वरचित रचना ,
दिमाग टटोलकर ,
रचना लिखने
ढूँढ रहा हूँ।

विषय? कथानक ?
बच्चे गैर कानूनी
कबीर हैं। कर्ण है।
निर्दयी शिशु हत्याएँ ,
नदी में अवैध बच्चे को बहा देना ,
कन्या अपहरण ,

नपुंसक की शादी ,
बहुत सोचता हूँ
सभी युगों की बात।
दूसरी पत्नी को उठा लेना
रावण तो
छद्मवेष में अहल्या से इंद्र का सम्भोग शाप.
त्रेता युग , द्वापर युग, कलियुग
वैज्ञानिक खोजों से
युग तो परिवर्तित ,
बर्तन नए नए धातु के
प्लास्टिक ,ग्लास , माइक्रो ओवन ,

पकाने की विधि परिवर्तन ,
स्वाद में ,वास में
मूल तो वही,
कैसे आएगी नयी रचना?
खलनायक एक सामान सभी युगों में,
हथियार तो अब बन्दूक ,
तलवार की निर्दयता बन्दूक से
पहले आमने -सामने
अब चुपके छिपके ,
नयी कल्पना
नयी कहानी ,
कुछ भी नहीं ,
मैं सब में पुरानी
बातों की कल्पना
देखता हूँ , प्रमाण भी दे सकता हूँ.

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