Friday, August 31, 2018

बेचैन जीवन ही मनुष्य जीवन ही है.

प्रातः कालीन  नमस्कार।

 भगवान  की प्रार्थना

 सर्वत्र विद्यमान  भगवान
               कई  प्रकार से  हमें  परीक्षा देता है.               

  ज्ञान देने पर भी

    मनुष्य को कई प्रकार
            की    चाहें देकर
      उसे चैन से जीने नहीं  देता।


पद ,पैसे ,स्त्री,लालच,लोभ,ईर्ष्या ,त्याग ,बुराइयों  के विरुद्ध संग्राम ,
जाति ,भाषा,वर्ग ,मत, रंग,मित्रता,प्यार,रक्त -बंधन, नाते -रिश्ते की दुश्मनी ,
विवाह , विवाह से होनेवाले दुःख ,शिशु पालन ,
संतान हीन  समस्या,
प्यार,झगड़ा, एक पक्षीय प्यार,टक्कर,
इन  सबसे   बचने ईश्वर है तो
धार्मिक ,मज़हबी भेद , असल  धर्म ,
धार्मिक परिवर्तन ,नक़ल,
अल्ला सब के मालिक है तो
मज़हबी भेद ,
उनमें  संघर्ष ,
ईसा  उनके अनुयायियों के भेद ,संघर्ष ,
हिन्दू धर्म की शाखाएं ,उपा शाखाएं, संघर्ष ,
प्राकृतिक  नाराज़ ,
विषैली जन्तुएं,
खूँख्वार जानवर ,
भूख ,प्यास, अकाल ,दुर्घटनाएँ ,
ज्ञान-विवेक ,बुद्धि प्राप्त करके  भी ,
बेचैन  जीवन  ही मनुष्य जीवन ही है.

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