Monday, November 19, 2018

सर्वेश्वर को प्रणाम।(मु )

இனிய காலை வணக்கம் நண்பர்களே!
मधुर प्रात:कालीन प्रणाम।
Good morning friends।
 ईश्वरीय लीला अद्भुत।
 इंसान को  संतुलन में  रखने
बुद्धि दी, आचार्य से जीने,
आनंद से जीने ,
पशु पक्षियों मनुष्य को
भूख-प्यास, काम,नींद,
बराबर बांटे गए।
केवल मनुष्य को जितेंद्रिय बनाया ।
सनातन ,धर्म के प्रधान भगवान को
दो पत्नियां दी, पर ब्रह्मा -सरस्वती   एक
ज्ञान एक, चिंतन अनेक।
शक्ति ज्ञान, क्षमताओं में
बराबरी नहीं,पागलों,पंडितों,
नायक, खलनायक,
क्रोधी, कामुक,लोभी, न्यायी,अन्यायी,
दयालू-निर्दयी, पापात्मा, पुण्यात्मा,
बल दुर्बल गुण अवगुण,
मां अपमान  जगमंच को
एक अभिनय मंच बनाकर
अपने को सर्व श्रेष्ठ  सिद्ध की
जो शक्ति नचा रही है,
उस शक्ति को प्रणाम।

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