नमस्ते वणक्कम।
शीर्षक :- जिंदगी प्यार का गीत है।
मेरा जमाना
शादी के बाद,
बुढ़ापे तक का प्यार।
आज प्यार के बाद शादी,
अंतर्राष्ट्रीय, अंतर्जातीय, अंतर्रप्रांतीय,
शादी, तलाक पुनर्विवाह।
समाज सुधार के गीत,
दिल का गीत।
प्यार भरा गीत,
पाश्चात्य सभ्यता और भारतीय
संस्कृति मिलन,
बेचैन जिंदगी प्यारे !गीत गाओ,
प्रीत का पर पाश्चात्य सभ्यता का
न बनो पिछलग्गू।।
स्वरचित स्वचिंतक एस.अनंतकृष्णन,चेन्नै तमिलनाडु हिंदी प्रेमी प्रचारक।
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