साहित्य कल्पना से संबंधित,
गोरी कल्पना रोचक नहीं होती।
समाज से संबंधित।
सत्य से संबंधित।
यथार्थ से संबंधित।
आदर्श से संबंधित।
पर साहित्यकार का हृदय
प्यार की चोट| से,
विरही की चोट से
दुख की कसौटी में
जीवन की विरक्ति में
भक्ति की तन्मयता में
रवि की गरमी में
चंद्र की शीतलता मे
दरिद्रता की भूख में
मूक वेदना में ।
आदी कवि वाल्मीकि पापी।
पाप से मुक्त होनै भक्त
भक्ति के फलस्वरूप अमर काव्य।
पत्नी के मोह, स्पर्श, न अन्य चिंता।
पत्नी उग्र काली बनी।
तुलसी बना भक्त ।
हनुमान चालीसा अब कइयों को
देती शक्ति, मुक्ति,भक्ति, वांछित फल, शांति।
प्रेमी बनता प्रथम कवि।
प्रेम की लहरे उसे डाँवा डोल करती।
चोटें पहुँचाती, भक्त ।
तभी बनता अमर काव्य।
कालीदास अति मूर्ख।
राजकुमारी अति बुद्धी मानी।
भाग्य का संबंध।
परिणाम अमर ग्रंथों केवअमर कवि।
साहित्यकार आदर्श बन जाता।
तभी बनताव अमर।
गोरी कल्पना रोचक नहीं होती।
समाज से संबंधित।
सत्य से संबंधित।
यथार्थ से संबंधित।
आदर्श से संबंधित।
पर साहित्यकार का हृदय
प्यार की चोट| से,
विरही की चोट से
दुख की कसौटी में
जीवन की विरक्ति में
भक्ति की तन्मयता में
रवि की गरमी में
चंद्र की शीतलता मे
दरिद्रता की भूख में
मूक वेदना में ।
आदी कवि वाल्मीकि पापी।
पाप से मुक्त होनै भक्त
भक्ति के फलस्वरूप अमर काव्य।
पत्नी के मोह, स्पर्श, न अन्य चिंता।
पत्नी उग्र काली बनी।
तुलसी बना भक्त ।
हनुमान चालीसा अब कइयों को
देती शक्ति, मुक्ति,भक्ति, वांछित फल, शांति।
प्रेमी बनता प्रथम कवि।
प्रेम की लहरे उसे डाँवा डोल करती।
चोटें पहुँचाती, भक्त ।
तभी बनता अमर काव्य।
कालीदास अति मूर्ख।
राजकुमारी अति बुद्धी मानी।
भाग्य का संबंध।
परिणाम अमर ग्रंथों केवअमर कवि।
साहित्यकार आदर्श बन जाता।
तभी बनताव अमर।
No comments:
Post a Comment