Friday, December 28, 2018

नव वर्ष (मु )

आज  का विषय नव वर्ष.
नव वर्ष    की चर्चा
भारतीयों  के लिए
 नव वर्ष कब?
चैत महीना,
मुगल वर्ष
जनवरी
सनातन धर्म विश्वासी
वसुदेव कुटुंबकम्
 सर्वे जना सुखाने भवंतु
आदर्श सिद्धांतवादी,
अगजग को भाई बहन समझनेवाले
अहिंसा के महान बुद्ध,
विश्व के दिया प्रेम सेवा संदेश.
महावीर का अहिंसा
 कपडे तक त्यागा
मोर पुच्छ  से
  चींटी के प्राण तक
बचाकर चलना,
कितना  उदार भारतीय.
विदेशी आये मंदिर तोडे.
विदेशी आये, भाषा बदली.
विदेशी आये पहनावा बदली
विदेशी आये अभिवादन
शैलियाँ बदलीं.
मधुशाला बढी,
तलाक /डैवर्स शबद,
बहिरंग आलिंगन चुंबन
बहिरंग चुंबन के लिए
जुलुस-आंदोलन.
अर्द्ध  खुले अंग-वस्त्र.
शिक्षा  महाविद्यालय में
प्रेम प्रधान, संयम नहीं,
गुरु शिष्य के प्रेम लीला,
नव वर्ष के नाम अर्द्ध  रात्रि में
नशा चढाकर नाच.
ज़रा  विचार करके देखो,
भारतीय  चिंतन, विचार  बदले,
अनुशासन में भंग, चरित्रहीनता,
भारतीय बनो, नव वर्ष  सनातन भारतीय ढंग से मनाओ.
भारतीय बनो, भारतीय  भाषाओं  को
जीविकोपार्जन  का साधन बनाओ.
जितेंद्र  बनो,अजयी बनो.
 सोचो समझो,
भारतीय नव वर्ष मनाओ.
संयम सीखो,, अग जग का विजयी बनो.
 स्वचिंतक:यस.अनंतकृष्णन द्वारा  स्वरचित


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