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Saturday, April 19, 2025

भक्ति की शक्ति धन में नहीं

 भक्ति की शक्ति में पैसे न चाहिए।

न नशीली वस्तुओं का सेवन।।

न तीर्थ यात्रा की खोज।

  रैदास का चरित्र 

  कालिदास का कवित्व,

वाल्मीकि का तप,

तुलसी का तप

 तमिल कवि 

वरकवि  

अप्पर 

सुंदरर

माणिक्क वासकर

भक्त नंदनार

भक्त कण्णप्प नायनार

 एकाग्र भक्ति 

एकांत ध्यान।

 इतना क्या

 राज्य सुख भोग तज,

 जंगल की तपस्या 

 एशिया ज्योति बने

सिद्धार्थ बुद्ध।

महावीर 

भर्तृहरि 

 तेलुगू के भक्त त्याराज कीर्तन

सूर मीरा आंडाल की अनन्य भक्ति।

सोना चांदी हीरा पन्ना

 भक्ति के सामने फीका फीका।।

 ॐॐॐॐ 

 सबहिं नचावत राम गोसाईं।

एस.अनंतकृष्णन,

शिवदास 

तमिल नाडु।

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