Saturday, September 29, 2018

ईश्वर का अनुग्रह



नींद की गोली न ली.
प्राणायाम, योग निद्रा, भ्रमरी,
ध्यान किसी में मन न लगा.
न आर्थिक संकट,
न ईश्वरीय प्रकोप.
न रोग न चिंता नींद नहीं आयी.
ध्यान भ्रमरी योग निद्रा
क्या मनुष्य धनी, स्नातक, स्नातकोत्तर
जो भी हो नींद, अपच, जवानी,
सब के मूल धन से परे, मन से परे, विद्वत्ता से परे
सोचो जपो मनुष्येत्तर अमानुष शक्ति को
सब ही नचावत राम गोसाई.
न धन, न बुद्धि, न पद
नींद सहज आना भी ईश्वर का अनुग्रह.

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