(अभूत क्रिया धातु +अवै )
उण पवै नालि ,उडुप्पवै इरंडे
पुरम :185 -5
(उटु "पहनना " उटुप्पवै "अभूत
विशेषण संज्ञा <उटुप्पवै +अवै )
दो हैं (कपड़ों के टुकड़े )वे ((सामान्य रूप से )पहनने के लिए हैं .
कल
ऐवर एनरु उलकु एत्तुम अरसरकल
अकत्तरक : 25 :3
अरसन "राजा " अरसर 'राजा "बहुवचन ;
अरसरकळ <अरसर +कळ ")
संसार से तारीफ किये राजा -"तीन ( चेर, चोळ ,पाण्डिय )
यम
पिलैयलाल मातो पिरिन्तनम यनिन अकम -528
(भूत क्रिया धातु +अन +आम )
(कंटे कटिंतनम सेलवे ऑनतोटी
<कटिंत +अन +अम )
-कलि 115 -3
ऍम एम :
(काविनेम कालने , सुरुक्किनेम कलप्पै <सुरिक्की +इन +ऍम )पुरम -
206 :10 वलि वलि सिरक्क वेना वेट्टमे <वेट्ट +एम् -ऐन. 2 :6
मार :
तोळी मारुं यानुम पुलंपक
<तोळी +मार )अकम 15 :9
अर ,आर
नकैवर कुरूकिन अल्लतु ,पकैवर्ककुप
<नकै +वि +अर , पकै +वि +अर ) पुरम
398 -9
(तेरुमंतु सेयतार तलै
<सेयत +अर ) कलि -39 :25
इर ईर
मुन्नुम कोंटरिने नममनोर मरुत्तल <कोंट +इर )
पुरम -203 .5
एनरु ऍल्लिरु मेंसैतिरने नकुतिरो <सेयत +इर )कलि -142 :15
1 . 'अ ,रि ,तु ,आल ,मल ,कॉल ,कटै ,वलि ,इटट्टू आदि संकेत उद्देश्य क्रिया विशेषण ,
(कुरिप्पु विनै एच्च विकुति )
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